Saturday, April 11, 2020

साहित्यिक उपनाम 'सुधी'

"अर्णव एसोसिएशन" एवं "कलम की सुगंध" मंच आदरणीय श्री संजय कौशिक 'विज्ञात' जी के द्वारा स्थापित काव्य मंच है ,जहाँ आदरणीय विज्ञात जी के द्वारा नवांकुरों को हिन्दी साहित्य की अनेक विधाओं को सीखने का सुअवसर मिलता है ।
मैं बहुत भाग्यशाली हूँ जो ऐसे महान गुरु का साथ मिला।विज्ञात नवगीत माला ने मेरी साधारण लेखनी को तराश कर धार प्रदान की है, रामनवमी के सुअवसर पर साहित्यिक उपनाम 'सुधी' का अनुपम उपहार दिया जो मेरे लिए किसी सपने से कम नहीं है। मैं हृदय से आदरणीय संजय कौशिक'विज्ञात'जी का आभार व्यक्त करती हूँ। आपके मार्गदर्शन में नवीन विधाओं को सीखने का अवसर मिलता रहे। पुनः आपका हार्दिक आभार आदरणीय।

अनुराधा चौहान 'सुधी'

रामबाण औषधि(दोहे) -2

  11-आँवला गुणकारी है आँवला,रच मुरब्बा अचार। बीमारी फटके नहीं,करलो इससे प्यार॥ 12-हल्दी पीड़ा हरती यह सभी,रोके बहता रक्त। हल्दी बिन पूजा नही...