Thursday, July 9, 2020
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
रामबाण औषधि(दोहे) -2
11-आँवला गुणकारी है आँवला,रच मुरब्बा अचार। बीमारी फटके नहीं,करलो इससे प्यार॥ 12-हल्दी पीड़ा हरती यह सभी,रोके बहता रक्त। हल्दी बिन पूजा नही...
-
पिता के वचनों को पूरा करने के लिए वनवास जाने से पहले श्री राम भाई लक्ष्मण और सीता जी के साथ महाराज दशरथ से आज्ञा लेते हुए उन्हें धीरज रखने...
-
महर्षि विश्वामित्र राजा दशरथ से राम-लखन को साथ ले जाने की याचना करते हुए कहते हैं। सुनो राजन पड़ी विपदा, नहीं अब चैन आता है। वनों के बीच द...
-
भवसागर में डोलती,जीवन की जब नाव। अंत किनारे कब लगे,मन में उठते भाव॥ पार लगाओ कष्ट से,जीवन हो निष्काम। माँगो प्रभु से आसरा,ले चल अपने धाम॥...
मौसम के अनुरूप सुन्दर रचना।
ReplyDeleteसुन्दर रचना
ReplyDeleteधन्यवाद दी
Deleteबहुत सुंदर कविता अनुराधा जी ! गागर में सागर सरीखी 1
ReplyDeleteधन्यवाद आदरणीय
Delete