Thursday, November 14, 2019

बालदिवस

बालदिवस आया मनभावन,
धूम मची है घर के आँगन।
ओढ़ के चुनरी बालिकाएं,
सुंदर -सुंदर नाच दिखाएं।

लाल गुलाब हाथ में लेकर,
नेहरू जी को नमन झुककर।
प्रण हैं सच्ची राह चलेंगे,
कठिनाई से नहीं डरेंगे।

शपथ ले आज करें यह काम,
जग में गूँजे देश का नाम।
पूरा होगा एक दिन सपना,
विश्व गुरु बनेगा देश अपना।

करके बाल-सुलभ यह बातें,
सबके हृदय को हैं लुभाते।
मासूम नन्हे राज दुलारे,
चाचा नेहरू इन्हें प्यारे।।
***अनुराधा चौहान***
चित्र गूगल से साभार

No comments:

Post a Comment

नहीं सत्य का कोई अनुरागी

हरी दरस का मन अनुरागी। फिरता मंदिर बन वैरागी॥ हरी नाम की माला फेरे। हर लो अवगुण प्रभु तुम मेरे॥ देख झूठ की बढ़ती माया। चाहे मन बस तेरी छाया॥...