Wednesday, November 13, 2019

तुलसी मैया


मेरे अँगना में तुलसी मैया,
पधारो श्रीहरि तुम्हें निमंत्रण,
दुल्हन बनी हैं आज तुलसी मैया
मेरे अँगना में तुलसी मैया।।

सोलह श्रृंगार भेंट चढ़ाऊँ,
शालिग्राम से ब्याह कराऊँ,
देहरी पे दीप जलाऊँ तुलसी मैया,
मेरे अँगना में तुलसी मैया।।

नेह बरसता रहे सदा तेरा,
सुंदर सजाऊँ में तुलसी बिरवा,
रच-रच भोग लगाऊँ तुलसी मैया,
मेरे अँगना में तुलसी मैया।।

तुमसा हुआ न कोई सती,
दिवा कार्तिक एकादशी,
हो रहा श्रीहरि से विवाह तुलसी मैया,
मेरे अँगना में तुलसी मैया।।
***अनुराधा चौहान***

No comments:

Post a Comment

रामबाण औषधि(दोहे) -2

  11-आँवला गुणकारी है आँवला,रच मुरब्बा अचार। बीमारी फटके नहीं,करलो इससे प्यार॥ 12-हल्दी पीड़ा हरती यह सभी,रोके बहता रक्त। हल्दी बिन पूजा नही...