शिक्षक रखे नींव भविष्य की
देकर सदा सीख हमें सच्ची
कर्म पथ से विमुख न होना
विपत्ती से डरकर मत रोना
ठोकर से गिरे तो उठ जाओगे
नज़रों से गिरे तो न उठ पाओगे
सच्चाई के मार्ग बढ़ते जाना
कठिनाइयों से डर मत जाना
तुम अपने भविष्य के रक्षक
यही सीख देते हमें शिक्षक
करते अज्ञान का अंधेरा दूर
आशीष सदा हो जग मशहूर
जीवन जियो चुनौतियों के साथ
मेहनत का चल थामकर हाथ
***अनुराधा चौहान***
चित्र गूगल से साभार
बहुत सुन्दर।
ReplyDeleteशिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
हार्दिक आभार आदरणीय आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं।
Deleteबहुत सुंदर रचना , आदरणीया शुभकामनाएँ,
ReplyDeleteहार्दिक आभार आदरणीया
Deleteबहुत अच्छी एवं प्रेरक कविता रची है आपने अनुराधा जी । अभिनंदन ।
ReplyDeleteहार्दिक आभार आदरणीय
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