दया करो माँ जगदंबिके,संकट में संसार है।
कोरोना का अंत कर,यही बड़ा उपकार है।
करुणा कर माँ करुणामयी,हाथ खड़े सब जोड़ के।
मुश्किल मानव को घेरती,आशा मन की तोड़ के।
जग छाई छाया रोग की,संकट में माँ भारती।
सुनलो विनती माँ अंबिके,करते हैं हम आरती।
काली का लेकर रूप माँ,हर लो जग की कालिमा।
काली छाया मिट रात की,छाए सुख की लालिमा।
माता तू है ममतामयी,हम बालक अनजान हैं।
विपदा से अब रक्षा करो,संकट में सब जान है।
©® अनुराधा चौहान'सुधी'*
बहुत सुन्दर।
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श्री राम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ।
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मित्रों पिछले तीन दिनों से मेरी तबियत ठीक नहीं है।
खुुद को कमरे में कैद कर रखा है।
आभार आदरणीय।
Deleteआपको भी रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं।आप शीघ्र ही स्वस्थ हो यही ईश्वर से प्रार्थना है।
इस विनती में हम भी शामिल ... बस ये पुकार सुन ली जाए ...
ReplyDeleteहार्दिक आभार संगीता जी
Deleteआपकी प्रार्थना में हम भी सम्मिलित हैं अनुराधा जी।
ReplyDeleteहार्दिक आभार आदरणीय
Deleteइस सुंदर प्रार्थना में हम सब शामिल है मां भगवती सबका कल्याण करें ।
ReplyDeleteहार्दिक आभार जिज्ञासा जी
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